आयुर्वेदिक चिकित्सा, एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है जो भारत में उत्पन्न हुई है।
इसमें कई जड़ी-बूटियाँ और प्रथाएँ हैं, जो पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के रूप में जानी जाती हैं।
इनमें से कुछ में अश्वगंधा, गोक्षुरा, सफ़ेद मूसली और शिलाजीत शामिल हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि यह पौरूष और यौन क्रिया में सुधार करती हैं।
तो आइए विस्तार से जानते हैं इन अद्भुत आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में।
पौरूष और यौन शक्ति
पुरषों के लिए पौरूष और यौन शक्ति दोनों आपस में कनेक्टेड होती है।
पौरूष उन गुणों को संदर्भित करता है जो एक पुरुष होने के साथ जुड़े होते हैं, जैसे बल, शक्ति और पुरुषत्व।
यौन शक्ति का उपयोग अक्सर किसी व्यक्ति की यौन प्रदर्शन करने और साथी को संतुष्ट करने की क्षमता का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
शिलाजीत
शिलाजीत एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषदि है जिसका उपयोग सदियों से पौरूष और समग्र स्वास्थ्य में सुधार के लिए किया जाता रहा है।
आयुर्वेदा के अनुसार यह पौधों की सामग्री से बना एक प्राकृतिक पदार्थ है जिसेमें खनिज, विटामिन और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि शिलाजीत टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ावा देने, शुक्राणु की गतिशीलता और आकारिकी में सुधार करने और हार्मोन को विनियमित करने में मदद कर सकता है।
जो लोग अपने पौरुष को बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए शिलाजीत पारंपरिक उपचारों और सप्लीमेंट्स का एक बेहतरीन प्राकृतिक विकल्प हो सकता है।
उपयोग की विधि
शिलाजीत एक दैनिक पूरक है जो कैप्सूल या राल के रूप में आता है।
शिलाजीत के कैप्सूल आम तौर पर 500-800 मिलीग्राम की खुराक के होते जिनको लेना आसान है।
इनका सेवन दिन में दो बार किया जा सकता है।
अच्छे प्रमाणो के लिए कम से कम 3 महीने शिलाजीत कैप्सूल का निरंतर इस्तेमाल करें।
हम Shilajit Capsule की सलाह क्यों देते हैं
- चिकित्सकीय रूप से स्वीकृत
- परिणाम उन्मुख फॉर्मूलेशन
- प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट
- शून्य साइड इफेक्ट जोखिम
- समय और सहनशक्ति बढ़ाए
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अश्वगंधा
अश्वगंधा का उपयोग आमतौर पर पुरुषों में पौरूष और यौन क्रिया में सुधार के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है।
आयुर्वेदा में के अनुसार यह सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करता है, स्वस्थ टेस्टोस्टेरोन के स्तर का प्रबंधन करता है, और रक्त संचार में सुधार करता है। जिससे बेहतर यौन प्रदर्शन में योगदान मिलता है।
कुछ शोधों ने सुझाव दिया है कि अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद कर सकता है, जो यौन क्रिया को प्रभावित करते है।
उपयोग की विधि
रोजाना 1/4 से 1/2 चम्मच अश्वगंधा चूरन को घी, चीनी और शहद के साथ मिलाएं।
एक महीने तक रोजाना एक या दो बार इस्तेमाल करें।
अच्छे प्रमाणो के लिए कम से कम 3 महीने इसका निरंतर इस्तेमाल करें।
गोक्षुरा
गोक्षुरा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो पौरुष बढ़ाने, कामेच्छा में सुधार और यौन प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए जानी जाती है।
यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार और स्तंभन दोष में मदद करने के लिए जाना जाता है।
यह तनाव और चिंता को भी कम कर सकता है, जो समग्र यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
इसे कैप्सूल, पाउडर या चाय के रूप में लिया जा सकता है। गोक्षुरा उपयोग करने के लिए सुरक्षित है।
उपयोग की विधि
धीरे-धीरे कम खुराक (500-1000mg प्रति दिन) से शुरुआत करें।
अच्छे प्रमाणो के लिए कम से कम 3 महीने इसका निरंतर इस्तेमाल करें।
सफ़ेद मूसली
सफ़ेद मूसली पुरुषों में पौरूष और यौन प्रदर्शन में सुधार करने के लिए आयुर्वेदा में पुरातन समय से ही उपयोग करने वाली दवाओं में से एक है।
यह टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को उत्तेजित करने का काम करता है, जो पुरुष यौन विशेषताओं के लिए जिम्मेदार हार्मोन है।
इससे शारीरिक और मानसिक प्रदर्शन के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए भी किया जाता है।
उपयोग की विधि
सफ़ेद मूसली कैप्सूल या पाउडर के रूप में मार्किट में आसानी से मिल जाता है।
सफ़ेद मूसली कैप्सूल का उपयोग दिन में 2 बार करें।
अच्छे प्रमाणो के लिए कम से कम 3 महीने इसका निरंतर इस्तेमाल करें।
सारांश
अंत में, पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा यां औषधियां अश्वगंधा, गोक्षुरा, सफेद मूसली और शिलाजीत हैं।
माना जाता है कि ये दवाएं पौरुष और यौन प्रदर्शन में सुधार करती हैं, सहनशक्ति में वृद्धि करती हैं, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाती हैं, तनाव और चिंता को कम करती हैं और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करती हैं।
Deep Ayurveda को इन प्राकृतिक और पारंपरिक उपचारों की पेशकश करने पर गर्व है।
इन प्राकृतिक दवाओं का उपयोग करके, पुरुष अपने पौरूष, यौन प्रदर्शन और समग्र स्वास्थ्य और भलाई में सुधार कर सकते हैं।